An Easy Guide To Understand What Is Computer Processor?

What is computer processor

क्या आपने कभी गौर किया है कि आपका मोबाइल या कंप्यूटर आपकी हर बात तुरंत कैसे समझ लेता है? जैसे ही आप स्क्रीन पर उंगली रखते हैं या कीबोर्ड पर कोई बटन दबाते हैं, एक सेकेंड से भी कम समय में आपको जवाब मिल जाता है, ऐसा लगता है जैसे मशीन को आपके दिमाग की बात पता हो! दरअसल, इसके पीछे छुपा होता है एक छोटा सा लेकिन बहुत ताक़तवर हीरो — जिसे हम प्रोसेसर या सी.पी.यू. (CPU – Central Processing Unit) कहते हैं। यही वो हिस्सा है जो कंप्यूटर को सोचने, समझने और फ़ैसले लेने की ताक़त देता है।

इस लेख में हम बेहद आसान भाषा में जानेंगे कि what is computer processor ये कैसे काम करता है और क्यों ये आपके हर डिजिटल डिवाइस का सबसे ज़रूरी और बुद्धिमान हिस्सा होता है। तैयार हो जाइए, कंप्यूटर के इस छुपे हुए दिमाग की दुनिया को समझने के लिए!

प्रोसेसर / CPU क्या होता है (what is computer processor)?

आपने प्रोसेसर और सीपीयू का नाम सुना होगा, हमें ऐसा लगता है ​जैसे ये दोनो एक ही है और सामान्यत: हम पर्सनल कम्प्यूटर के केबिनेट यानि डिब्बे को सीपीयू समझते है परन्तु ऐसा नहीं है। अक्सर लोगों को Processor और CPU को लेकर confusion रहता है, क्योंकि ये शब्द कई बार एक-दूसरे की जगह इस्तेमाल किए जाते हैं। लेख में आगे बढ़ने से पहले हम difference between processor and CPU को समझ लेतें है।

Central Processing Unit (CPU):

CPU एक logical unit है यानी यह कंप्यूटर का वो हिस्सा है जो instructions (निर्देशों) को पढ़ता है, समझता है और उन पर काम करता है। इसमें तीन मुख्य भाग होते हैं: ALU (Arithmetic Logic Unit), Control Unit और Registers. इसे कंप्यूटर का “दिमाग” कहा जाता है। अगर किसी कंप्यूटर सिस्टम में सिर्फ एक ही CPU होता है, तो हम उसे आमतौर पर “प्रोसेसर” भी कह देते हैं।

CPU Core CPU (Central Processing Unit) के अंदर मौजूद एक बुनियादी प्रोसेसिंग यूनिट होता है, जो independently निर्देशों को पूरा कर सकता है और calculations कर सकता है। इसे आप एक छोटे CPU की तरह समझ सकते हैं जो बड़े CPU के अंदर होता है और अपना काम खुद करता है। पहले के Computer Processor में सिर्फ एक ही Core होता था, इसलिए एक समय में एक ही काम हो पाता था। लेकिन आजकल के CPU में कई कोर होते हैं, जैसे डुअल कोर (2 कोर), क्वाड कोर (4 कोर), या ऑक्टा कोर (8 कोर)।

इससे प्रोसेसर एक साथ कई काम कर सकता है, जैसे ब्राउज़िंग, वीडियो देखना और गेम खेलना और वो भी सब कुछ बिना सिस्टम को स्लो किए। इसलिए CPU Core किसी कंप्यूटर या मोबाइल की Speed और Multitasking क्षमता को बेहतर बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Processor:

Processor एक physical chip होती है, जो आपके कंप्यूटर या मोबाइल में लगी होती है। इस चिप के अंदर एक या एक से ज्यादा CPU cores हो सकते हैं। जब इस चिप में एक से ज्यादा CPU cores होते हैं, तो उसे Multi-Core Processor कहते हैं।

🎯 आसान भाषा में कहें:

  • CPU = जो सोचता है और काम करता है (दिमाग)

  • Processor = वो चिप जिसमें CPU या कई CPUs (cores) लगे होते हैं

उदाहरण की सहायता से हम difference between processor and CPU को और अच्छे से समझ सकतें हैं। मान लीजिए कि एक स्कूल है। इस स्कूल की जो मुख्य इमारत है वो हमारे कंप्यूटर का Processor है यानी वह physical chip जो कंप्यूटर के अंदर लगी होती है। अब इस इमारत के अंदर कई शिक्षक काम करते हैं। ये शिक्षक ठीक उसी तरह हैं जैसे CPU Cores होते हैं। हर शिक्षक का काम है छात्रों को पढ़ाना, निर्देश देना और उनके सवालों का हल करना ठीक वैसे ही जैसे CPU किसी काम का निर्देश समझता है और उसे पूरा करता है

अगर उस स्कूल में एक ही शिक्षक हो, तो वह अकेले सारे छात्रों को संभालता है (Single-core Processor)। लेकिन अगर चार शिक्षक हों, तो वे आपस में काम बांटकर जल्दी और बेहतर तरीके से पढ़ाई कराते हैं (Quad-core Processor)। इसी तरह, एक प्रोसेसर में जितने ज्यादा CPU Cores होंगे, वह उतना ही Fast और Efficient होगा।

संक्षेप में फर्क:

शब्दमतलबकैसा है?
CPUनिर्देशों को समझकर काम करने वाली logical unitअंदर छुपा सिस्टम
Processorवो चिप जिसमें CPU या कई CPUs (cores) होते हैंबाहर से दिखने वाली असली चिप

प्रोसेसर कैसे काम करता है?

प्रोसेसर या CPU (Central Processing Unit) कंप्यूटर का दिमाग होता है, जो हर काम को एक चक्र के ज़रिए करता है जिसे Fetch-Decode-Execute Cycle कहते हैं। इसका मतलब है कि सबसे पहले CPU, RAM (मेमोरी) से अगला निर्देश (Fetch) लाता है। फिर प्रोसेसर की Control Unit (CU) उस निर्देश को समझती है कि इसमें क्या करना है और किस डेटा की ज़रूरत है इस प्रोसेस को Decode कहते हैं।

इसके बाद CPU का Arithmetic Logic Unit (ALU) उस निर्देश पर गणना या लॉजिकल काम करके उसे पूरा करता है और इस प्रोसेस को Execute कहा जाता है। जो परिणाम निकलता है, वह या तो रजिस्टर में या फिर मेमोरी में स्टोर कर दिया जाता है। यह पूरा प्रोसेस बहुत तेज़ी से, अरबों बार हर सेकंड होता है।

चलिए इसे एक आसान उदाहरण से समझते हैं –

मान लीजिए कि CPU एक रसोइया (Chef) है और RAM रसोई का सामान रखने वाली अलमारी। अब यह रसोइया बार-बार तीन काम करता है, जिसे हम Fetch-Decode-Execute cycle कहते हैं:

  1. Fetch (लाना) – रसोइया अलमारी (RAM) से रेसिपी का अगला स्टेप पढ़ने जाता है।

  2. Decode (समझना) – रेसिपी पढ़कर समझता है कि उसे दाल बनानी है या सब्ज़ी, और किस सामग्री की ज़रूरत होगी।

  3. Execute (करना) – अब रसोइया उसी स्टेप के हिसाब से खाना पकाता है और तैयार चीज़ को प्लेट (Register/Memory) में रख देता है।

फिर वही रसोइया अगला स्टेप उठाता है, उसे समझता है और उस कार्य को करता है। यह प्रक्रिया बार-बार होती रहती है, बिल्कुल वैसे ही जैसे CPU हर सेकंड में अरबों बार यह चक्र पूरा करता है।

Fetch-Decode-Execute cycle
Fetch-Decode-Execute Cycle

Clock Cycle क्या होती है?

क्लॉक साइकिल, जिसे मशीन साइकिल या क्लॉक टिक भी कहा जाता है, कंप्यूटर के प्रोसेसर (CPU) के काम करने का एक बेसिक समय इकाई (unit) होती है। इसका मतलब होता है प्रोसेसर द्वारा एक पूरा काम करना – जैसे कि कोई निर्देश (instruction) मेमोरी से लेना, उसे समझना, उस पर काम करना और ज़रूरत हो तो उसका नतीजा स्टोर करना। हर क्लॉक साइकिल में CPU ये सारे काम एक तय क्रम में करता है।

Clock Cycle कैसे काम करती है?

CPU के अंदर एक इलेक्ट्रॉनिक घड़ी (clock) होती है जो लगातार तेज़ी से ऑन और ऑफ होती रहती है — इसे क्लॉक सिग्नल कहते हैं। यह सिग्नल प्रोसेसर के अलग-अलग हिस्सों को एक साथ मिलकर काम करने के लिए सिंक्रनाइज़ करता है। जब यह सिग्नल ऊपर (high) और नीचे (low) जाता है, तो हर बार एक क्लॉक साइकिल पूरी होती है। इसी के साथ CPU कोई खास काम करता है।

Clock Cycle के दौरान क्या होता है?

हर क्लॉक साइकिल में CPU कुछ जरूरी स्टेप्स पूरे करता है:

  1. मेमोरी से निर्देश (instruction) उठाना

  2. उस निर्देश को समझना (decode करना)

  3. उस पर काम करना (execute करना)

  4. ज़रूरत हो तो नतीजा स्टोर करना

ये सारे स्टेप्स क्लॉक सिग्नल के साथ तालमेल में होते हैं, जिससे प्रोसेसर लगातार और एक रफ्तार से काम करता रहता है।

संक्षेप में: Clock Cycle वो समय है जिसमें प्रोसेसर एक निर्देश को प्रोसेस करने के चारों चरण (Fetch-Decode-Execute-Store) पूरे करता है और ये सब कुछ एक तय स्पीड पर क्लॉक सिग्नल की मदद से होता है।

प्रोसेसर की स्पीड क्या होती है और क्यों ज़रूरी होती है?

प्रोसेसर की स्पीड का मतलब होता है कि आपका कंप्यूटर या मोबाइल दिए गए निर्देशों को कितनी जल्दी समझकर उन पर काम कर सकता है। यह स्पीड गीगाहर्ट्ज़ (GHz) में मापी जाती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी प्रोसेसर की स्पीड 3.0 GHz है, तो इसका मतलब है कि वह हर सेकंड लगभग 3 अरब (3 billion) बार निर्देशों को प्रोसेस कर सकता है।

जितनी तेज़ प्रोसेसर की स्पीड होगी, आपका डिवाइस उतनी ही जल्दी काम करेगा — जैसे ऐप्स तेजी से खुलेंगी, गेम स्मूद चलेंगे और बड़ी फाइलें भी जल्दी प्रोसेस होंगी। किसी प्रोसेसर में अगर GHz तो ज्यादा है लेकिन उसमें केवल एक ही कोर है, तो वह उतना तेज़ नहीं होगा जितना एक ऐसा प्रोसेसर जिसमें थोड़े कम GHz हों लेकिन ज्यादा कोर (cores) हों इसलिए एक अच्छा प्रोसेसर वह होता है जिसमें GHz और Core दोनों का संतुलन हो, ताकि आपका डिवाइस तेज़ी और स्मार्ट तरीके से काम कर सके।

प्रोसेसर आर्किटेक्चर क्या होता है? (Processor Architecture in Hindi)

प्रोसेसर आर्किटेक्चर प्रोसेसर की आंतरिक बनावट और काम करने के तरीके को दर्शाता है। यह तय करता है कि प्रोसेसर कौन-कौन से निर्देश (instructions) समझेगा, डेटा को कैसे प्रोसेस करेगा, और विभिन्न कंपोनेंट्स के साथ कैसे तालमेल बिठाएगा। इसमें रजिस्टर, कैश मेमोरी, बस् सिस्टम, कोर और पावर एफिशिएंसी जैसे Elements शामिल होते हैं।

आज के समय में कुछ लोकप्रिय प्रोसेसर आर्किटेक्चर हैं, जैसे x86 जो कंप्यूटरों में इस्तेमाल होता है और ARM जो मोबाइल और टैबलेट में इस्तेमाल होता है। कुल मिलाकर, प्रोसेसर आर्किटेक्चर कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस के दिमाग का वह ढांचा है जो यह तय करता है कि वह कितना तेज, शक्तिशाली और ऊर्जा कुशल होगा।

मोबाइल और कंप्यूटर प्रोसेसर बनाने वाली कंपनियाँ 

उपयोग का प्रकार कंपनी का नाम प्रोसेसर सीरीज़ का नाम उदाहरण प्रोसेसर
मोबाइल Qualcomm Snapdragon Snapdragon 8 Gen 3, 695
MediaTek Dimensity, Helio Dimensity 9200, Helio G99
Apple A-series A18 Bionic
Samsung Exynos Exynos 2400
Unisoc T-series, SC-series Unisoc T612, SC9863A
कंप्यूटर/PC Intel Core i-series, Xeon Core i9-14900K, Xeon W9
AMD Ryzen, Threadripper, EPYC Ryzen 9 7950X, Threadripper Pro
Apple M-series M3, M4, M2 Pro
Qualcomm Snapdragon X-series (ARM for PC) Snapdragon X Elite

सही प्रोसेसर कैसे चुनें? 

हर इंसान की कंप्यूटर या मोबाइल से अलग ज़रूरतें होती हैं कोई सिर्फ इंटरनेट चलाता है, कोई गेम खेलता है, तो कोई वीडियो एडिट करता है। हर काम के लिए अलग तरह का प्रोसेसर ज़रूरी होता है। सही प्रोसेसर चुनने के लिए यह देखना चाहिए कि आप अपने डिवाइस का ज़्यादातर इस्तेमाल किस काम के लिए करने वाले हैं।

नीचे एक आसान सी तालिका है जो अलग-अलग यूज़र टाइप के हिसाब से प्रोसेसर का सुझाव देती है:

🧑‍💻 यूज़र टाइपसुझावित प्रोसेसर
📖 बेसिक इस्तेमाल (जैसे: ब्राउज़िंग, टाइपिंग, यूट्यूब)ड्यूल-कोर (Dual-Core), 2.0 GHz या उससे ऊपर
🎮 गेमिंगक्वाड-कोर या ऑक्टा-कोर, 3.0 GHz+
🎬 वीडियो/फोटो एडिटिंगIntel i7, Ryzen 7 या Apple M-series
👩‍🎓 स्टूडेंट्स (ऑनलाइन क्लास, प्रोजेक्ट्स)i3 या Ryzen 3, 2.5 GHz+
🏢 ऑफिस वर्क (MS Office, Zoom, Email)i5 या Ryzen 5, 2.5–3.0 GHz

निष्कर्ष: अब आप एक समझदार यूज़र हैं!

अब आप जान चुके हैं कि प्रोसेसर क्या होता है, कैसे काम करता है, और आपकी डिजिटल लाइफ में इसकी क्या अहमियत है। अगली बार जब आप कोई नया कंप्यूटर, मोबाइल या लैपटॉप खरीदने जाएं, तो उसका प्रोसेसर ज़रूर जांचें — क्योंकि यही आपके डिवाइस की रफ़्तार और ताक़त को तय करता है।

📚 ज्ञान ही ताकत है — और एक समझदार ग्राहक ही सबसे स्मार्ट यूज़र बनता है!
अब आप सिर्फ डिवाइस नहीं लेंगे, सही डिवाइस चुनेंगे।

FAQs: प्रोसेसर से जुड़े आम सवाल

1. Computer में CPU क्या होता है?

CPU (Central Processing Unit) कंप्यूटर का दिमाग होता है जो सभी कामों को प्रोसेस करता है। यह हर इनपुट को समझता है और उसका आउटपुट तैयार करता है।


2. Processor और Memory में क्या फर्क है?

Processor काम करता है (सोचता और प्रोसेस करता है), जबकि Memory (RAM) काम को करने के लिए डेटा को कुछ समय तक स्टोर करती है। दोनों मिलकर कंप्यूटर को तेज़ और स्मार्ट बनाते हैं।


3. क्या 3.5 GHz प्रोसेसर अच्छा होता है?

हाँ, 3.5 GHz प्रोसेसर आमतौर पर तेज़ माना जाता है, लेकिन उसके साथ कितने कोर हैं यह भी ज़रूरी है। ज्यादा GHz + ज़्यादा कोर = बेहतर परफॉर्मेंस।


4. ALU का क्या काम होता है प्रोसेसर में?

ALU (Arithmetic Logic Unit) प्रोसेसर का वो हिस्सा होता है जो गणित और तर्क (logic) से जुड़े सभी काम करता है, जैसे जोड़, घटाव, तुलना आदि।


5. Dual-core और Quad-core में क्या अंतर है?

Dual-core में दो कोर होते हैं, जबकि Quad-core में चार। ज्यादा कोर का मतलब कंप्यूटर एक साथ ज्यादा काम कर सकता है।


6. Processor तेज़ क्यों होना चाहिए?

तेज़ प्रोसेसर मतलब कंप्यूटर तेजी से रिस्पॉन्स करेगा, प्रोग्राम जल्दी खुलेंगे और गेम या वीडियो स्मूद चलेंगे।


7. Laptop खरीदते समय प्रोसेसर क्यों चेक करना चाहिए?

क्योंकि प्रोसेसर ही यह तय करता है कि आपका लैपटॉप तेज़ चलेगा या धीरे। अच्छा प्रोसेसर = बेहतर अनुभव।


8. Intel और AMD में कौन-सा प्रोसेसर बेहतर है?

दोनों अच्छे हैं। Intel स्टेबल और पावरफुल माना जाता है, जबकि AMD किफायती और मल्टीटास्किंग में बेहतर होता है। ज़रूरत के हिसाब से चुनना चाहिए।


9. Processor में GHz और Core एक साथ क्यों मायने रखते हैं?

GHz स्पीड दिखाता है, और कोर यह बताते हैं कि एक साथ कितने काम हो सकते हैं। दोनों मिलकर परफॉर्मेंस को बेहतर बनाते हैं।


10. Mobile में भी प्रोसेसर होता है क्या?

हाँ, मोबाइल में भी प्रोसेसर होता है जिसे अक्सर “Chipset” कहा जाता है। जैसे Snapdragon, MediaTek आदि। ये प्रोसेसर ही मोबाइल को तेज़ और स्मार्ट बनाते हैं।

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