ICICI बैंक ने अपने सेविंग अकाउंट्स (बचत खातों) के लिए मिनिमम बैलेंस ( ICICI Bank Minimum Balance) के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। पहले जो नियम 1 अगस्त 2025 से लागू होने वाले थे, उन्हें ग्राहकों की नाराज़गी के बाद अब सरल और सुविधाजनक बना दिया गया है।
❗ पहले क्या था?
पहले ICICI Bank ने मिनिमम मंथली एवरेज बैलेंस (Monthly Average Balance – MAB) को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया था:
मेट्रो और शहरों में – ₹50,000
सेमी-अर्बन (अर्ध-शहरी) इलाकों में – ₹25,000
ग्रामीण क्षेत्रों में – ₹10,000
इन बढ़े हुए नियमों से आम ग्राहकों, खासकर ग्रामीण और मध्यम वर्गीय लोगों में काफी नाराज़गी देखने को मिली।
✅ अब क्या नया हुआ?
ICICI Bank Minimum Balance ने अब नए और सरल नियम लागू किए हैं:
मेट्रो और शहरी इलाकों में – ₹15,000
सेमी-अर्बन इलाकों में – ₹7,500
ग्रामीण इलाकों में – ₹2,500
ये नए नियम 1 अगस्त 2025 से खोले गए नए सेविंग अकाउंट्स पर लागू होंगे।
🗣️ बैंक ने क्या कहा?
बैंक का कहना है:
“हमने 1 अगस्त 2025 से नए सेविंग अकाउंट्स के लिए जो बैलेंस के नियम लागू किए थे, उन्हें ग्राहकों की प्रतिक्रिया के आधार पर बदला है ताकि उनकी उम्मीदों और जरूरतों के अनुसार सेवाएं दी जा सकें।”
📢 क्यों हुआ बदलाव?
ग्राहकों और आम जनता ने पुराने नियमों का जमकर विरोध किया था। लोगों को डर था कि ज्यादा मिनिमम बैलेंस रखने से:
उन्हें पेनाल्टी का डर रहेगा
जरूरी फायदे छिन सकते हैं
खासकर छोटे शहरों और गांवों के लोगों के लिए ये असंभव हो सकता है
इसी वजह से बैंक को अपने फैसले पर दोबारा सोचना पड़ा।
📊 क्या है इसका मतलब?
ICICI Bank Minimum Balance ने यह दिखाया है कि वो अपने ग्राहकों की बात सुनता है। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि कई प्राइवेट बैंक अब ज्यादा अमीर ग्राहकों को टारगेट कर रहे हैं, लेकिन इस बदलाव से आम लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है।
अगर आप ICICI Bank में नया सेविंग अकाउंट खोलने की सोच रहे हैं, तो अब आपको बहुत ज्यादा बैलेंस मेंटेन करने की ज़रूरत नहीं है। “ICICI Bank Minimum Balance” अब पहले से ज्यादा सुविधाजनक हो गया है – खासकर ग्रामीण और छोटे शहरों के ग्राहकों के लिए।